
उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 10वीं और 12वीं की परीक्षा में शीर्ष 10 स्थानों पर रहे छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत सम्मानित किया। सीएम धामी से लैपटॉप और टैब पाकर छात्र-छात्राओं के चेहरे खिल गए। 12वीं की परीक्षा में 15 छात्र-छात्राएं और 10वीं के 60 मेधावी शीर्ष 10 में हैं।

कहा कि संकल्प में अगर विकल्प आ गया तो मतलब हम अपने रास्ते से भटक गए हैं। कहा कि यह मुकाम आज आपको समर्पण के बाद हासिल हुआ है। यह अभी एक शुरूआत है। अब आपका लक्ष्य और बड़ा हो गया है। आप सबने उत्तराखंड का मान सम्मान बढ़ाया है।

सीएम धामी ने कहा कि परीक्षाओं में जो धांधली हो रही थी, सरकार ने उस पर रोक लगाई है। मैं आज जब परीक्षार्थियों के परिजनों ने मिलता हूं, तो उनके चेहरे पर संतोष देखता हूं। परिवार अपनी तमाम आवश्यकताओं में कटौती करके बच्चों को पढ़ा रहे हैं। ऐसे में सरकार उनके परिश्रम को व्यर्थ नहीं जाने देगी। पहले भ्रष्टाचार हो जाता था, नकल हो जाती थी, बच्चों का हौसला भी टूटता था, लेकिन हमने नकल माफियाओं की कमर तोड़ने का काम किया है।

हमारे बच्चे आज सेना में जाने के लिए आगे आ रहे हैं। उत्तराखंड सैन्य भूमि रहा है। हाल ही में हमारी सेना ने लोहा मजबूत किया है। बच्चों को इससे सीख मिलती है। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे विद्यार्थी अपने मेहनत के दम पर सफलता के नए आयाम स्थापित करेंगे। मैं छात्र-छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।

इसमें मेधा का सम्मान होता है, ताकि राज्य और जिले का नाम रोशन करने वाले मेधावी जीवन में सफलता का परचम लहराएं। सम्मान पाकर उनके हौंसले बुलंद रहें और मेधावियों ने जीवन का जो लक्ष्य निर्धारित किया है उसको हासिल करने के लिए एकाग्रता के साथ आगे बढ़ें।
